रजत जयंती के बाद शांत हुए शिवपाल ने अखिलेश पर लगाया फिर एक बड़ा आरोप, कहा मैंने गलत…..

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लखनऊ में पांच अक्टूबर को आयोजित हुई सपा के रजत जयंती समारोह के बाद शांत हुए प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ बोलने के लिए फिर अपनी चुप्पी तोड़ी हैं. कल्कि महोत्सव में शामिल होने के दौरान शिवपाल ने उन्हें अखिलेश की कैबिनेट से हटाने के कारणों को बताते हुए कहा कि सीएम उन्हें अच्छे काम करने का सिला दिया हैं. शिवपाल ने बताया कि ‘मैंने अवैध कार्य और भूमि कब्जा करने वालों का विरोध किया था. इसी वजह से मैं मंत्रिपरिषद से बाहर हूं.’

आपको बता दें कि किसी बात को लेकर 23 अक्टूबर को अखिलेश द्वारा उनके मंत्रीमंडल से एक साथ चार मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया था. जिनमें से उनके चाचा शिवपाल यादव भी शामिल थे. उसके बाद से नाराज शिवपाल, अखिलेश से और भी नाराज हो गये. इसकी एक झलक 5 नवंबर को सपा के रजत जयंती समारोह के दौरान भी देखी गई. जहां शिवपाल ने तमाम बड़े नेताओं के सामने आखिलेश का स्वागत करने के बाद उन्हें जमकर खरीखोटी सुनाई.

शिवपाल में रजत जयंती समारोह के दौरान अखिलेश से कहा, ‘जो चाहना वो मांग लेना, मैं उफ नहीं करूंगा लेकिन मैं नेताजी का अपमान बर्दास्त नहीं करूँगा. जितना त्याग चाहोगे उतना देंगे और खून मांगोगे वो भी देंगे. मुझे नेताजी के साथ हमेशा रहना है. मुझे कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनना है. पद से व्यक्ति बड़ा नही होता है क्योंकि लोहिया और गांधी जी के पास कोई पद नही था.’

इसके अलावा शिवपाल ने इस मौके पर यह भी कहा, ‘अखिलेश का हमने भी बहुत सहयोग किया. मैंने अपने विभागों में बहुत काम किया है. सिंचाई और राजस्व विभाग में अच्छा काम हुआ है. 36 सालों से राजस्व संहिता लागू नहीं हो पा रही थी. अधिकारियों ने काम में बहुत रोड़े अटकाए. 3 महिनों के काम में वर्षों लगा दिया. 25 सहकारी बैंक बंद होने जा रही थी. बंद हो रही बैंकों को मैंने शुरू रखा. संघर्षों के दिनों में मेरा भी बहुत सहयोग है. मैंने भी बहुत जोखिम लिया है. सपा सरकार मे बहुत से लोग उपेक्षित है. सिर्फ चापलूस सरकार का पूरा का पूरा मजा ले रहे हैं. जबकि पार्टी के लिए जान देने वालो को कुछ नही मिला.’


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