इन Jio यूजर्स को 8 महीने तक के लिए फ्री होगा 4G डाटा, कही इनमें आप भी तो नहीं
— March 17, 2018टेक डेस्क: रिलायंस एक बार फिर अपने यूजर को खुश करने के लिए नए ऑफर लाया है. इस नए ऑफर…
योगी सरकार के मुठभेड़ पर सवाल खड़ा होना शुरू हो गया है. पहले एक टीवी चैनल द्वारा रिपोर्ट में दिखाया गया कि यूपी में बहुत सारे फर्जी तरीके से मुठभेड़ किये गये है. अब सरकार के मंत्री ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. सवाल उठाने वाले खुद सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर हैं. उन्होंने आजमगढ़ में हुए एक मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है.
मंत्री राजभर ने योगी सरकार को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि 26 जनवरी की रात आजमगढ़ पवई थाना क्षेत्र में मुतकल्लीपुर गांव के मुकेश राजभर पुत्र दूधनाथ राजभर का पुलिस ने एनकाउंटर किया. इस मामले में मुकेश के पिता ने इसे फर्जी मुठभेड़ करार देते हुए उनसे गुहार लगाई. ऐसे में उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री इस मामले की सीबीआइ जांच कराने की संस्तुति प्रदान करें. फोन पर हुई बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मुकेश के पिता ने उनसे मुलाकात में कुछ सवाल उठाए थे जो पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर गंभीर संदिग्ध हालात बनाते हैं. इसमें कहा गया है कि चोरी जैसे मामूली अपराध पर पुलिस ने मुकेश पर गैंगस्टर की कार्रवाई की. वह खारिज हो गया तो मुकेश कमाने कानपुर चला गया जहां से पुलिस ने उसे उठाकर एनकाउंटर कर दिया. इसके बाद पुलिस ने बताया कि वह 50 हजार का इनामी था. पुलिस को यह बताना चाहिए कि आखिरकार इनाम कब घोषित हुआ, हुआ तो क्या इसे सार्वजनिक तौर पर घोषित किया गया.
मंत्री ने यह भी कहा कि सूबे में अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई ठीक है लेकिन कुछ ऐसे मामले आ रहे हैं जिसमें प्रतीत होता है कि बेगुनाह या कम गुनाह वालों को भी पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर मौत की नींद सुला रही है. मुकेश मामले की सीबीआइ जांच के बाद इस प्रकरण की भी सत्यता सामने आ जाएगी. अब राजभर समाज के अपराधी से जुड़े एनकाउंटर को लेकर सीएम सहित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व डीजीपी को पत्र लिखकर जांच की मांग की है.