जिला अस्पताल एसआईसी ने योगी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के झूठ का किया पर्दाफाश …

न्यूज़ डेस्क: योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का किया गया दावा झूठा साबित हो गया है. स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दो दिन पहले जिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान दावा किया था कि अस्पताल में एंटी रैबीज के पांच सौ इंजेक्शन उपलब्ध है लेकिन वहीं अस्पताल में एक भी इंजेक्शन नहीं होने का बोर्ड टंगा हुआ है. इंजेक्शन ना होने की पुष्टि खुद एसआईसी ने की है. वही मंत्री ने कहा कि मेरे कहने का मतलब था कि पांच सौ इंजेक्शन उपलब्ध करा देंगे, हालत यह है कि इंजेक्शन के लिए मरीज भटक रहे हैं.

बता दें कि जिले में एंटी रैबीज की उपलब्धता नहीं होना हमेशा से बड़ी समस्या रही है. चाहे वह सरकार सपा की हो या बसपा या फिर भाजपा जिले में एंटी रैबीज की समस्या हमेशा से रही है और वह अब तक ठीक नहीं हो पाया है. अक्सर जिला अस्पताल में एंटी रैबीज नहीं होने का बोर्ड लटका रहता है. प्रतिदिन सैकड़ों मरीज आते हैं और कमरे में बंद ताला और दरवाजे पर लगा बोर्ड देखकर लौट जाते है. यहाँ तक की अस्पताल में इंजेक्शन कब उपलब्ध होगी इसकी भी जानकारी नहीं दी जाती है.

बीते 20 जनवरी को जब योगी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे तो एंटी रैबीज का मुद्दा उनके सामने भी उठा. निरक्षण करने पहुंचे सिद्धार्थ नाथ सिंह जब अस्पताल पहुंचे तब वह बोर्ड हटा दिया गया था और फिर मंत्री के जाने के बाद तुरंत वह बोर्ड लगा दिया गया. बता दे कि पिछले दो दिनों में दो सौ से अधिक लोग इंजेक्शन लगवाने अस्पताल पहुंचे लेकिन उन सभी को इंजेक्शन ना होने की बात कह कर लौटा दिया गया. इंजेक्शन को लेकर जब एसआईसी जीएल केसरवानी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में एंटी रैबीज है ही नहीं. जब मंत्री द्वारा 500 इंजेक्शन के स्टाक के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मंत्रीजी के कहने का मतलब था कि उपलब्ध करायेगे. मंत्री और एसआईसी के बयान के बीच विरोधाभास चर्चा का विषय बना हुआ है.

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